80 शब्द प्रति मिनट हिन्दी आशुलिपि(शार्टहैण्ड) श्रुतलेख (डिक्टेशन)
वर्तमान युग विज्ञान का युग है और प्राचीन युग अध्यात्मवादी था। स्थिति यह है कि मनुष्य न तो अध्यात्म को ही पचा पा रहा है और न पूरी तरह विज्ञान को ही अपना पा रहा है। कारण विज्ञान भौतिक सुविधाएं तो देता है परंतु शांति नहीं दे पा रहा है। जहां तक अध्यात्म का प्रश्न है उससे शांति तो मिलती है पर जीवन समय से पीछे छूट जाता है।Continue Reading